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भारत मे दृश्य सूर्यग्रहण : 26 दिसंबर 2019 पौष कृष्णा अमावस्या गुरुवार को पूर्णग्रास सूर्य ग्रहण

भारत मे दृश्य सूर्यग्रहण : 26 दिसंबर 2019 पौष कृष्णा अमावस्या गुरुवार को पूर्णग्रास सूर्य ग्रहण 8:00 बजे से मध्यान्ह 1:36 तक होगा।
सूर्य ग्रहण का समय प्रारंभ और समाप्ति काल प्रत्येक स्थान पर अलग-अलग होता है। सूर्योदय काल मे पृथ्वी पर चंद्र छाया की काली पट्टी दौड़ती नजर आएगी सूर्य ग्रहण पूर्णग्रास के रूप में देखा जा सकेगा ।
बरेली में सूर्य ग्रहण का प्रारंभ प्रातः काल 8:20से, मध्य काल समय प्रातः काल 9:35 समाप्ति काल मध्यान 11.02 तक रहेगा, कुल पर्व काल 2 घंटा 40 मिनट तक रहेगा। पूर्णग्रास सूर्य ग्रहण में काली पट्टी में सूर्य की छाया दौड़ती नजर आएगी।
सूतक का आरंभ : सूतक का प्रारंभ 25 दिसंबर 2019 बुधवार की रात्रि 8:17 से प्रारंभ हो जाएगा ।
बाल, वृद्ध, रोगी को छोड़कर अन्य किसी को भोजन चयन की अनुमति नहीं है। ग्रहण के समय भगवत भजन जप करना प्रभावकारी सिद्ध होगा। चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण चाहे दिन हो या रात हो दान प्रशस्त माना गया है --
चंद्रग्रहे तथा रात्रों स्नानं दानं प्रशस्यते।।
गर्भवती स्त्री के लिए विशेष: अगर जिन विदुषी महिलाओं के शिशु उदर में हो, उन्हें धारदार चाकू, छुरी आदि से फल, सब्जी, वृक्ष की डाली इत्यादि नहीं काटना चाहिए। साड़ी के पल्लू को गैरों से रंग कर बैठने से गर्भस्थ शिशु ग्रहण के दुष्प्रभाव से सुरक्षित रहता है। ग्रहण का अवलोकन ना करें यह अच्छा माना जाएगा।
मकर राशि उत्तराषाढ़ा अभिजीत नक्षत्र के चरण में जन्म लेने वाली महिलाओं को विशेष ध्यान रखना होगा।
याननक्षत्रगतो राहूर्ग्रस्तो शशिभास्करौ।
तज्ज़ातानां भवेतपीडा ये नरा: शांतिवर्जिता।।
यह ग्रहण मूल नक्षत्र धनु राशि में हो रहा है अतः इस राशि के नक्षत्र में जन्मे जातकों को कष्ट करेगा। वृष राशि, कन्या राशि वाले जातक भी परेशान रहेंगे। मेष, मिथुन, वृश्चिक वालों के लिए भी श्रेष्ठ नहीं, अतः इन्हें ग्रहण नहीं देखना चाहिए। दान करते रहना चाहिए, पुण्य की जड़ सदा हरी होती है।
सूर्य ग्रहण एवं लोक भविष्य:: यह सूर्य ग्रहण पौष अमावस्या बृहस्पतिवार को मूल नक्षत्र धनु राशि तथा वृद्धि योग कालीन घटित हो रहा है। ब्राह्मणों तथा क्षत्रिय के लिए शुभ नहीं है। पाकिस्तान के सिंध आदि प्रदेशों में उपद्रव आतंकी घटनाओं में विशेष वृद्धि होगी। कश्मीर,चीन, पाकिस्तान अफ़गानिस्तान तथा मुस्लिम राष्ट्रों में विशेष राजनीतिक उथल-पुथल के संकेत हैं। विश्व में वर्षा की कमी अर्थात अकाल जन्य परिस्थितियां बनेंगी। रुई, हल्दी के मूल्य में शीघ्र ही विशेष वृद्धि होगी। फलों के व्यापारियों, डॉक्टरों तथा दवा से संबंधित कार्य करने वालों को कष्ट पीड़ा पहुंचे।

ज्योतिर्विद डॉ0 सौरभ शंखधार की डेस्क से...

December 25, 2019 Posted by डॉ0 सौरभ शंखधार ज्योतिर्विद

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