सूर्य पुत्र शनि का स्वराशि मकर में प्रवेश :: 24 जनवरी 2020
दिनांक 24 जनवरी 2020 को प्रातः 9:26 पर मकरस्थित चंद्रमा उत्तराषाणा नक्षत्र कालीन शनि अपना मकर संक्रमण आरंभ कर देंगे।
24 जनवरी 2020 को शनि मकर राशिस्थ चंद्रमा, शनि का मकर एवं कुंभ संक्रमण मेदिनीय ज्योतिष की एक बड़ी घटना समझा जाता है।
शनि लगभग 30 वर्ष में एक राशि चक्र एक भ्रमण पूरा करते हैं। इससे पहले शनि ने दिनांक 15 दिसंबर 1990 को अपना मकर संक्रमण आरम्भ किया था।
मगर शनि की स्वराशि है, गुरु की नीच राशि तथा मंगल की उच्च राशि है।
मकर राशि के शनि में सोना, चांदी, तांबा, यातायात के साधन, सूत, कपास आदि में भारी तेजी आती है। फसलों का उत्पादन कम ही रहता है, अनाजों में तेजी आती है।
रोग और युद्ध के कारण का विनाश संभव, जनता में भयानक युद्ध में रहता है।
समूचा विश्व अस्थिरता तथा अशांति को प्राप्त करता है। मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा बुंदेलखंड के जनजाति लोगों को पीड़ा होगी।
रूस, चीन, सीरिया, मध्य पूर्व एशिया के कुछ राष्ट्रों में किसी अति विशेष घटनाक्रम के कारण राजनीतिक परिवर्तन के योग बनेंगे जिससे परिणाम स्वरूप आने वाले कुछ दशकों तक विश्व राजनीति, अर्थव्यवस्था तथा कूटनीति आदि अपनी दिशा बदल कर नवीन अंतर्राष्ट्रीय समीकरणों को जन्म देगी।
युद्ध भय व्याप्त रहता है एवं अभूतपूर्व रक्तपात की संभावना होती है। राजनीति अराजकता, अस्थिरता, छल तथा मायाजाल में डूब जाती है।
इसके प्रभाव दो से 3 वर्षों तक विद्यमान रहते हैं।
शनि का मकर राशि में राशिफल:
मेष राशि:
आय व्यय में तालमेल बनाना कठिन होगा।
वृष राशि: व्यापार में हानि के योग।
मिथुन राशि:
रोग पीड़ा मानसिक तनाव, दिशा भ्रम
कर्क राशि:
वैवाहिक जीवन में तनाव तथा क्रोध के कारण मन अशांत रहना।
सिंह राशि:
शत्रु पक्ष, शारीरिक पीड़ा से मन व्याकुल होना,
कन्या राशि :
पारिवारिक तनाव तथा चिंता से विपरीत परिस्थितियां होती हैं।
तुला राशि:
एकाएक बढ़ोतरी से तनाव होता है। व्यवसाय हानि संभव।
वृश्चिक राशि:
अचल संपत्ति में निवेश से शुभ फल प्राप्त हो।
धनु राशि:
भूमि तथा वाहन का सुख प्राप्त होता है। रोग पीड़ा से मुक्ति।
मकर राशि:
स्वास्थ्य पीड़ा से तनाव मन में अशांति अशांति एवं तनाव मानसिक अकेलापन।
कुंभ राशि:
रोग पीड़ा तथा व्यय में बढ़ोत्तरी।
मीन राशि:
धन लाभ तथा पदोन्नति के योग बने।
शनि की साढ़ेसाती दशा विचार:
धनु पैरो पर उतरती हुई।
मकर मध्य अवस्था।
कुंभ सिर पर चढ़ती या प्रारंभ होती हुई।
जिनकी कुंडली में शनि शुभ हो तथा दशा अंतर्दशा भी शुभ चल रही हो उनके लिए शनि का अशुभ फल कम होगा।
जन्म कुंडली में चंद्र शनि अशुभ ग्रहों से युक्त अशुभ स्थानों में हो तो साढ़ेसाती और ढैय्या से चिंता, पीड़ा, धन हानि, कार्य में विघ्न रोजगार में कमी, कलह, पशु पीड़ा, धन खर्चा एवं हानि आदि अरिष्ट फल पद होते हैं।
शनि के अनिष्ट फल निवारण के लिए तेल छाया पत्र का दान, शनि मंत्र का जप, दशांश हवन, श्री हनुमान जी की साधना, तेल युक्त सिंदूर समर्पण कर भक्ति पूर्वक शनिवार का व्रत, सप्तधान्य का दान, शनिवार को पीपल का पूजन करने से शनि के अशुभ फलों से शांति मिलती है।
साढ़ेसाती ढैया का विचार जन्म कालीन चंद्रमा के अंशों से करना चाहिए।
सुवर्णादि पाया निर्णय:
24 जनवरी 2020 को शनि मकर राशिस्थ चंद्रमा, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र कालीन मकर राशि में प्रवेश करेगा।
इसके अनुसार में मेषादि राशियों पर सुवर्णादि पाया वही रहेगा।
1) मेष, कर्क, तथा वृश्चिक राशियों पर ताम्र का पाया शुभ होगा।
2) वृष, कन्या, धनु राशियों पर रजत का पाया शुभ होगा।
3) मिथुन, तुला, कुंभ राशियों पर लोह पाया अशुभ फलदायक होगा।
4) कर्क, मकर, मीन राशियों पर सुवर्ण पाया मिश्रित फलदायक होगा।
ज्योतिर्विद डॉ0 सौरभ शंखधार की डेस्क से...